Friday 29 April 2022

कलाकारों ने पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया

 वल्र्ड अर्थ डे के मौके पर, एण्डटीवी के कलाकारों ने पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया




हर साल 22 अप्रैल को पूरे देशाभर में प्रकृति को संरक्षित करने और भविष्य के लिये एक स्वस्थ ग्रह बनाने का महत्व समझाने के लिये, वल्र्ड अर्थ डे मनाया जाता है। एण्डटीवी के कलाकारों विदिशा श्रीवास्तव (अनीता भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं‘), मौली गांगुली (महासती अनुसुइया, ‘बाल शिव‘), फरहाना फातिमा (श्शांति मिश्रा, ‘और भई क्या चल रहा है?‘) और कामना पाठक (राजेश, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘) ने अपनी धरती को बचाने के उपायों के बारे में बात की। 

एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी के रूप में नजर आने वाली विदिशा श्रीवास्तव कहती हैं, ‘‘पेड़ प्राकृतिक एयर फिल्टर्स होते हैं और कार्बन को अवशोषित करते हैं। वल्र्ड अर्थ डे मनाने के लिये, यह बेहद जरूरी है कि अपनी धरती के प्राकृतिक भविष्य के लिये पौधे लगाएं। हम सब इस बात से वाकिफ हैं कि दुनिया पर्यावरण की कई सारी समस्याओं से गुजर रही है। तापमान के बढ़ने के मुख्य कारणों में से हरियाली का कम होना भी एक कारण है। हमें अपनी पृथ्वी के लिये हर दिन पेड़ लगाना चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए, क्योंकि आज हम जिस तरह जी रहे हैं उन तरीकों में बदलाव लाकर एक खुशहाल कल बना सकते हैं। पर्यावरण की ढेर सारी चुनौतियों को हल करने के लिये मैं लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के लिये प्रेरित करती हूं।‘‘एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ में महासती अनुसुइया के रूप में नजर आने वाली, मौली गांगुली कहती हैं, ‘‘पर्यावरण की सुरक्षा के लिये प्राकृतिक संसाधनों को बचाना बहुत जरूरी है। मैं गहरे प्रभाव के लिये छोटे-छोटे कदमों पर विश्वास करती हूं और इसलिये मैं छोटी-छोटी चीजें करके पानी बचाती हूं। जैसे मैं मशीन में कोल्ड-वाॅशिंग में कपड़े धोती हूं, नहाने की बजाय शावर लेती हूं और बर्तनों को डिशवाॅशर के बजाय उन्हें हवा में सुखाती हूं। इसके साथ ही मैं इनडोर प्लांट्स को पानी देने के लिये उसी पानी का इस्तेमाल करती हूं जिससे मैं सब्जियां और फल धोती हूं। इस मौके पर मैं अपने सभी फैन्स से कहना चाहूंगी कि पानी बचाएं और जिंदगियां बचाएं।‘‘

एण्टवी के ‘और भई क्या चल रहा है?‘ की फरहाना फातिमा ऊर्फ शांति मिश्रा कहती हैं, ‘‘अपनी प्रकृति को बचाने के लिये लोगों के रवैये में बदलाव आना जरूरी है। हममें से ज्यादातर लोगों को प्लास्टिक कचरे की वजह से पर्यावरण को होने वाले खतरे के बारे में पता है, लेकिन अब समय आ गया है कि हम प्लास्टिक कचरे को हटा दें। भले ही मैं कहीं भी रहूं, मैं इस बात का ध्यान रखती हूं कि मैं बेवजह प्लास्टिक का कचरा नहीं करती हूं या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला प्लास्टिक का कचरा नहीं करती हूं। मैं चाहती हूं कि लोग एक खूबसूरत और सेहतमंद पर्यावरण के लिए अपनी प्रकृति का अतिरिक्त ध्यान रखना शुरू कर दें।‘‘

कामना पाठक ऊर्फ एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश कहती हैं, “पर्यावरण की रक्षा और जागरूकता बढ़ाने के लिये बस लाइफस्टाइल में थोड़े बदलाव करना चाहिए। मैं लोगों से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिये नियमित रूप से रीसाइकिल और रीयूज होने वाले प्लास्टिक का उपयोग करने और रीयूजेबल बैग का उपयोग करने, सफाई अभियान आदि में भाग लेने का आग्रह करती हूं, क्योंकि आज हम प्रकृति की रक्षा के लिये जो करते हैं वह हमें ऐसा वातावरण देगा, जिसमें हम रहना चाहते हैं।”

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